Web Hosting meaning - in hindi
हेलो दोस्तों अब तक हम पढ़ चुके है की blog साइट कैसे बनते है Wordpress पर और ब्लॉगर पर फिर हमने जाना की blogger or Wordpress me se konsa achha hai और उसके बाद हमने Domain name kya होता है के बारे में पढ़ा अगर आप पहली बार मेरा ब्लॉग पढ़ रहे हो तोह तो आप इससे पहली वाली पोस्ट को भी पढ़ सकते है जिनका लिंक निचे Related Post में दिए गया है।
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Web Hosting |
तोह दोस्तों आज हम इस पोस्ट में जानेगे की web hosting kya hai -इन हिंदी और ये पोस्ट खास तोर पर जो नए नए Blogger blogging की दुनिया में आये है। क्योकि हर कोई नया blogger अपनी साइट तोह बना लेता है पर web hosting को लेकर confuse रहता है की web hosting लू या नहीं लू अगर लू तोह कोनसा लू या फिर किस Company का Web hosting लू ये सब बातें उसको कंफ्यूज करके रखती है।
तोह दोस्तों आज हम इस पोस्ट में जानेगे की :-
- Web Hosting kya hota hai - इन हिंदी।
- How to work Web hosting ? - इन हिंदी।
- From where you can buy we hosting ?
- Types of Web Hosting -इन हिंदी।
1. Web Hosting kya hota hai - in Hindi
web hosting के बारे में जानने से पहले आपको इनटरनेट का बी पता होना चाहिए की आखिर internet है क्या दोस्तों internet एक वेब सर्वर है जो की एक public network के रूप में काम करता है। जब कोई भी computer इस पब्लिक Network से जुड़ जाता है तोह वो भी एक internet का हिस्सा बन जाता है।
जैसे अगर आप कभी किसी Computer lab में या किसी Call Center में गए हो तोह अपने देखा ही होगा की वह सब कंप्यूटर एक दूसरे से Intern Connected होते है। internet net भी वैसे ही है। आपका Mobile हो या Computer ,Laptop सब के सब इंटरनेट का हिस्सा है ये सब Web Server या Web hosting से ही जुड़े हुए है।
1. Web Hosting service kya hai - इन हिंदी।
1.Web Hosting Kya है ?
web hosting को आप ऐसे समझ सकते है की इसके जरिये ही आपको Internet पर जगह मिलती है। मतलब की एक ऐसा web server है जहां पर आपकी files like Videos , images ,Content को स्टोर करके रखा जाता है। और ऐसी Server की मदद से हर कोई internet User आपकी वेबसाइट को देख पता है। नीचे हमने कुछ Companies के नाम दिए है जो हमे Web hosting server provide करती है।
A. GoDaddy
B. HostGator
C. Bluehost ( इनको web host के नाम से भी जाने जाते है। )
web Hosting आपको अपनी वेबसाइट के लिए खरीदनी पड़ती है। या ये कह लो की आपको वेब server को पैसे देने होते है उनके सेवेर में अपनी files रखने के लिए।
simple सी बात है की अगर आप किसी का वेब server इस्तेमाल कर रहे हो तोह उसको उसका किराया तोह आपको देना ही होगा ,मतलब की किसी और के घर में रहने का किराया जैसे देते है न बस वैसे ही ये web hosting के लिए भी देने होते है और वो आप एक साल के लिए या उससे ज्यादा के लिए भी ले सकते हो। जब तक आप उनका web server इस्तेमाल करोगे आपको पैसे देने होते है।
2. Web hosting kya hai vistar se samjhiye.
दोस्तों आपने कोई साइट बनाई और अपने content उस पर डाले और अब आप चाहते हो की वो लोगो तक पहुंचे लोग उनको पढ़ कर कुछ सीखे तोह यहाँ पर काम शुरू होता है web hosting का आपको अपनी सारी फाइल web hosting server पर Upload कर देनी है।
web server उसको अपने system में स्टोर करके रख लेगा और जब भी कोई इंटरनेट user आपके Domain को search engine में सर्च करेगा तोह इंटरनेट आपके domain को Web Hosting server से Connect कर देता है। जहा पर आपकी File store कर रखी हुई है।
अब connect होने के बाद आपकी Site Information उस user के कंप्यूटर में पहुंच जाती है या computer screen पर show होती है वो user आसानी से आपकी site को एक्सेस कर सकता है उस पर अपने जो कुछ भी लिखा है वो उसको पढ़ सकता है और देख ,सुन सकता है।
Domain kya hai ? और Domain kaise kaam karta है ?
दोस्तों Domain Name एक तरह का URL होता है इसी की मदद से आपकी साइट को जाना जाता है या ये कह लो की डोमेन से ही आपको या आपकी साइट को internet पर एक अलग पहचान मिलती है। क्योकि डोमेन सिर्फ एक व्यक्ति के लिए एक ही होता है। कोई दूसरा उसको इस्तेमाल नहीं कर सकता तब तक के लिए जब तक के लिए अपने उस domain को खरीदा हुआ है।
( Also Read ) Domain Kya Hai ? Domain क्या है पूरी जानकारी।
Domain Name kaise kaam karta है ?
Internet server Domain को Web होस्टिंग के जोड़ने के लिए DNS यानि की Domain Name System का इस्तेमाल करते है। मतलब की अपने जो भी डोमेन लिया है या जिस भी category का डोमेन लिया है। ये सब DNS के मदद से Domain को पता चलता है। और हर Web Server का DNS भी अलग अलग ही होता है।
3. Web Hosting kaha se kharide ?
Web Hosting कहा से ले इससे भी जरुरी ये है की आपको अपनी साइट के लिए Visitors konse चाहिए मतलब की अगर आप हिंदी Content लिखते है तोह आपको India के Web host से ही web hosting लेनी चाहिए क्योकि उससे आपको ये फायदा होगा की इंडिया के लोग आपकी साइट को जल्दी से एक्सेस कर पाएंगे।
और वही अगर आप चाहते हो की पूरी दुनिया के लोग आपकी साइट के visitors हो तो आप इंडिया से बाहर की वेब host कंपनी से भी hosting ले सकते हो। बस दिक्कत ये है की आपका वेब होस्टिंग सर्वर जितना दूर का होगा साइट को एक्सेस करने में उतनी ही देर लगेगी।
दुनियां में बहुत सारे companies है जो बेहतर से बेहतर hosting provide करते है।
अगर आप चाहते है के आपके सारे visitors India से ही हो, तो आपको India से hosting खरीदना बेहरत रहेगा. आपकी hosting का server आपके जितना दूर रहेगा, website को access करने में आपको उतना ज्यादा समय lag सकता है। web होस्टिंग आप Online अपने Debit card या Net banking का इस्तेमाल करके भी खरीद सकते है और उसको अपने डोमेन नाम से Connect कर सकते है।
ये है कुछ अच्छी Hosting Providing Companies के नाम जिनसे आप Web होस्टिंग खरीद सकते है
(b) GoDaddy
(c) Bluehost
(d) BigRock
Kon si Company se hosting kharide ?
दोस्तों होस्टिंग आप किसी भी कंपनी की लो लेकिंग आपको अपनी जरुरत के हिसाब से कुछ बातों का ध्यान रखना है जैसे की :-
A. Disk Space कितनी दे रही है कंपनी।
जैसे हमरे Laptop mobile या PC में Hard Disk होता है तोह Web host भी हमे अपने Server पर हमे Disk space यानि Storage देते है। तोह आपको ऐसी कंपनी से hosting लेनी है जो की आपको Disk space ज्यादा दे या फिर आप Unlimited Disk Space वाला होस्टिंग खरीद ले। तोह Disk space का अपने खास तोर पर ध्यान रखना है। ताकि बाद में आपको Disk full होने की टेंशन न हो।
B. Bandwidth कितना है ?
इसका एक सिंपल सा फंडा है की ये जितना ज्यादा होगा उतना आपकी साइट के लिए अच्छा होता है ये आपकी साइट को Down होने से बचाता है। मतलब की Bandwidth अगर ज्यादा है तोह आपकी साइट को कई User एक साथ एक्सेस कर सकते है और साइट Down होने की दिक्क्त नहीं आएगी अगर bandwidth कम है और एक साथ कई User ने साइट को Access कर लिया तोह आपकी साइट के Down होने का खतरा ज्यादा है।
C. Uptime
दोस्तों अपटाइम से मतलब है की आपकी साइट web server पर कितने टाइम ऑनलाइन रहती है उसको अपटाइम कहा जाता है। आपको ये भी ध्यान रखें है की जिस भी कंपनी की आप होस्टिंग लेने जा रहे को वो Company कितना अपटाइम देती है। वैसे आज कल सभी Companies 99 .99 % uptime देगी ऐसी गारंटी देती है।
D. Customer सर्विस
इनके बाद सबसे main पॉइंट जो की है Customer service का जिसका Service अच्छा हो उसी का होस्टिंग आपको लेना चाहिए इसके लिए आप कम्पनी के Service reviews देख सकते है।
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Best webhosting service |
4. Types of Web Hosting -इन हिंदी।
दोस्तों अभी तक आपने जाना की Web Hosting meaning और वेब hosting कहा से लेनी है और क्या - क्या बातें अपने ध्यान में रखनी है आइये अब बात करते है की web hosting कितने प्रकार की होती है और आपके हिसाब से आपको कौन से लेनी चाहिए।
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Types of webhosting |
A) Shared web hosting.
B) VPS (Virtual Private Server)
C) Dedicated hosting.
D) Cloud Web Hosting.
( A ) Shared Web Hosting.
Shared web hosting में एक ही web Server का इस्तेमाल किया जाता है जिसमे हजारों websites की files को एक साथ एक ही server computer में store करके रखा जाता है इसलिए इसको shared hosting का नाम दिया गया है। बिलकुल वैसे जैसे हम Hostel में या Room में Sharing में रहते है।
नए Websites के लिए इस तरह की hosting इस्तेमाल की जा सकती है जब तक की आपकी साइट Rank नहीं करती। जब साइट पर अच्छा Traffic आने लग जाये तोह होस्टिंग चेंज कर लेनी चाहिए।
Benefits of Shared Hosting
- Shared Hosting का setup करना आसान है।
- नए Users के लिए ये एक अच्छा ऑप्शन है इसकी कीमत कम होती है।
- Shared Hosting का एक फयदा ये भी ह की ये बहुत ही User फ्रेंडली इसको रखा जाता है।
Loss in Shared Hosting
- limited resources access
- इसमें साइट के Down होने के Chances ज्यादा रहते है।
- इसका Security System पूरी तरह से सिक्योर नहीं होता।
- और इसमें आपकी साइट Ranking पर भी बहुत असर पड़ता है।
( B) VPS (Virtual Private Server)
ये Hosting बिलकुल आपके खुद के room की तरह होती है सब पर आपका हक्क होता है इसमें किसी तरह कोई कोई sharing नहीं होती
आपकी साइट अपनी जरूरत के हिसाब से resources इसमें इस्तेमाल कर सकती है।
Benefits of VPS (Virtual Private Server) hosting
- इसमें आपको बेहतरीन Performance देखने को मिलेगी।
- Full control System Available रहता है इसमें।
- अपने हिसाब से आप इसमें changes कर सकते है जैसे upgradation करना।
- इसकी कीमत भी Normal ही होती है अगर आपकी साइट पर traffic अच्छा है तोह आप इसको ले सकते है।
- इसमें आपको Security भी अच्छी मिलती है।
Loss of VPS (Virtual Private Server) hosting
- इसकी कीमत Sharing hosting से ज्यादा होती है।
- Resource भी limited होते है साइट के लिए।
- Technical knowledge के बिना आप इसको इस्तेमाल नहीं कर सकते।
(C) Dedicated hosting
ये होस्टिंग एक पुरे server पर सिर्फ उसी का हक्क होता है जिसने भी इस hosting को लिया हुआ है। ये एक पुरे घर की तरह ही मान लो की पुरे घर पर केवल एक ही आदमी का कब्जा है। सब कुछ बस उस आदमी को ही करना है। क्योकि इसमें उस आदमी को ही उस पुरे सर्वर का किराया देना होता है तोह ये होस्टिंग थोड़ी सी महंगी होती है। इसमें किसी से कुछ शेयर भी नहीं किया जाता।
ये होस्टिंग बड़ी बड़ी Site जिन पर हर महीने Visitors का आना तह ही होता है ये उनके लिए इस्तेमाल होती है जैसे की Amazon ,Flipkart ,और अन्य Shopping sites ये Dedicated Hosting पर ही चल रही है।
Benefits of Dedicated Hosting
- इसमें Server पर पूरा control और Flexibility दी जाती है।
- बाकी Hosting के मुकाबले इसका Security सिस्टम भी सबसे अच्छा होता है।
- बहुत से Resource और Roots का control भी प्रोवाइड किया जाता है।
Loss of Dedicated Hosting
इसका सबसे महंगा होना इसका सबसे बड़ा नुक्सान है।
बिना Technical Knowledge के आप इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते।
इसके technical errors को solve करने के लिए आपको technician की help लेनी पड़ेगी।
(D) Cloud Web Hosting
इस होस्टिंग में आपकी वेबसाइट के लिए दूसरे Clustered Servers के Virtual resources को इस्तेमाल में लिया जाता है। और आपकी साइट hosting को ध्यान में रखते हुए ही Virtual resources का इस्तेमाल होता है की आपकी साइट के सभी आस्पेक्ट्स पुरे हो सके। और Load को मैनेज करते हुए Security का भी ध्यान रखा जाता है। Clustered Servers के कारण इसको Cloud होस्टिंग कहते है।
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Cloud hosting kya hai |
Benefits of Cloud Hosting
- आपकी साइट की के Server के Down होने का खतरा बिलकुल नहीं होता।
- आपको सब कुछ Cloud में Available रहता है।
- कितना भी Traffic हो आसानी से control किया जा सकता है इसमें।
Cloud Hosting के नुखसान
1. इसमें आपको रूट्स का कण्ट्रोल नहीं मिलता
2. और ये होस्टिंग थोड़ा सा महंगा भी है।
कुछ महत्वपूर्ण परिभाषाएं :-
(a) Server Uptime का मतलब क्या होता है?
ये उस टाइम के बारे में बताता है जब आपकी साइट पूरी तरह से काम कर रही थी। मतलब की डाउन टाइम को इसमें include नहीं किया जाता।
(b) Kon si web hosting leni चाहिए ?
दोस्तों ये आपकी साइट के ट्रैफिक Visitors पर निर्भर करता है की आपकी साइट कितनी बड़ी है और उस पर हर महीने कितना ट्रैफिक आता है ,तोह उस हिसाब से आप होस्टिंग चुन सकते है। अगर आप अभी नए है अपनी अभी नई साइट ही बनाई है तोह आपको शेयरिंग होस्टिंग लेनी चाहिए या फिर आप बिना Hosting buy किये कुछ फ्री प्लेटफार्म का भी इस्तेमाल कर सकते है जैसे Blogger .com
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तोह दोस्तों आशा करता हाउ की आपको Web Hosting meaning in - हिंदी। ये और इससे जुडी सारी जानकारी अच्छे से समझ में आयी होंगी तोह Please इसको अपने दोस्तों में जरूर शेयर करे।
धन्यवाद।